गोल्डन सनराइज (Golden sunrise) अर्थात स्वर्णिम सूर्योदय । यह ऐसा मास्टर स्विच है जिसे आप सभी बखूबी प्रयोग करते हैं, गोल्डन सनराइज के अद्भुद लाभ के बारे मे बहुत बतलाया गया है ।गोल्डन सनराइज के विषय मे शानदार लेख हमारे शरत सर जी द्वारा लिखे गए है, कुछ भी ऐसा नया नहीं जो मै अलग से लिखूं ।कुछ छोटे छोटे अनुभव और विचारों को इस लेख के माध्यम से अभिव्यक्त करता हूँ ।
गोल्डन सनराइज एक मास्टर स्विचवर्ड (बीजमंत्र) है जिसमे गोल्डन का भावार्थ सुनहरे रंग और सनराइज का अर्थ सूर्योदय से होता है । सूर्य का हमारी पृथ्वी और समस्त ब्रह्मांड की ऊर्जा मे विशेष महत्व है, सूर्य की ऊर्जा से ही समस्त जीव वनस्पतियों और हम प्राणियों मे प्राण ऊर्जा का जीवन का संचार होता है ।
हमारा पृथ्वी गृह पर नकारात्मक उर्जाओं का अत्यधिक प्रभाव रहता है और हम सभी जीव भी पृथ्वी की नकारात्मक ऊर्जा ग्रहण करते हैं ।
जब प्रातः काल सूर्योदय की सुनहरी किरणें पृथ्वी पर पड़ती है तो इनकी सकारात्मक ऊर्जा से सभी नाकारात्मक ऊर्जाएं परिवर्तित होने लगती है और सब तरफ सकारात्मक जीवन का प्राण ऊर्जा का संचार होने लगता है इसीलिये सूर्योदय होते है वनस्पतियाँ पेड़-पौधें फूल खिलखिलाने लगते है, पक्षी जीव-जंतु जिवंत स्वर मे चेहकने लगते है और भरपूर ताज़गी का एहसास होता है ।
हमारे पूर्वज और ऋषिमुनियों ने प्रातःकाल और संध्या को ईश्वर वंदन और उपासना का बहुत महत्त्व बतलाया है, हमारी प्रार्थनाएँ यही होती है “प्रभु करके दूर अँधेरे हमें बख्शो नए सवेरे ।”
सूर्योदय सारी नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा मे परिवर्तित कर देता है, नयी आशाएं, नव शुरुआत, नई उपलब्धियां, नई उम्मीद के साथ ही हम सूर्योदय की देव रूप मे आराधना भी करते हैं। सूर्योदय के सुनहरें रंग को इतने ही सकारात्मक गुणों का प्रतीक माना जाता है जो पृथ्वी और हम समस्त प्राणियों के जीवन से अहंकार, ईर्ष्या, मोह, काम, द्वेश, आदि नकारात्मक ऊर्जाओं अवगुणों की परछाई से हमें मुक्त करती है।
पृथ्वी जब नकारात्मक उर्जाओं को छोड़ती है तो उनका नकारात्मक प्रभाव हम मनुष्य और जीवो पर भी पड़ता है इसीलिये सूर्योदय, सूर्य आसन का विशेष महत्त्व है। प्रातःकाल सुनहरी सूर्योदय गोल्डन सनराइज (Golden Sunrise ) की ऊर्जा हमारी सारी नकारात्मकता को परेशानियों को नए शुभ कार्यो की रुकावटों को दूर करती है, यही नहीं हमारी मानशिक आर्थिक स्तिथि के साथ साथ पाचन क्रिया और विटामिन्स पोषक तत्वों का रक्त कोशिकाओं का विकास भी करती है।
अब सबसे खास बात जो आपको बतलाने जा रहा हूं जैसा सभी जानते है दोपहर की सूर्य किरणों का प्रभाव ठीक नहीं होता है और रात्रि तथा मध्यरात्रि काल मे भी ऊर्जा क्षीण होने लगती है ।
जब हम गोल्डन सनराइज बीजमंत्र (स्विच वर्ड) का जाप करते है तो एक ऐसी ऊर्जा कवच हमारे आभामंडल को चक्रों को शक्तिशाली और सुरक्षित करने लग जाता है ।
गोल्डन सनराइज की ऊर्जा नए प्रयास, नई आशाओं, सफलता के नए आयाम पर हमको ले जाती है यह हमारे सभी नकारात्मक विचारों को, अँधेरे को दूर करके सकारात्मक ऊर्जा व् प्रकाश का पथ प्रदर्शित करती है।
गोल्डन सनराइज का जाप अनेको लाभ और विशेषताओं से व्याप्त अजपा जाप है यह हमारे जीवन की ऐसी कायापलट करता है ” स्वांस स्वांस हो कृष्णमय रोम रोम मे राम , हरे हरे हर नस कहे एहनिष् हो होम “
भावार्थ है शरीर का हर रोम रोम, हर नस, हर स्वांस मे बस ईश्वर का उसकी चेतना का ही सुमिरण होता रहे यही मेरा हवन है ।
गोल्डन सनराइज भी सदैव हमें उसी चेतना और सकारात्मक ऊर्जा से सदा जोड़े रहता है इसके जाप से आप किसी भी काल में दिन रात्रि दोपहर मध्यरात्रि कभी भी सूर्योदय की सकारात्मक ऊर्जा का ही लाभ ले रहे होते है।
संध्या को सूर्य पृथ्वी के एक छोर पर अस्त और दूसरे छोर पर उदय होता प्रतीत होता है किंतु हम सभी जानते है कि पृथ्वी के मध्य यानि ह्रदय पर सूर्य का सदैव वास रहता है।
जब हमारा कोई प्रियजन या साथी शरीर त्याग कर परमात्मा मे विलीन हो जाता तब भी वह हमारे मध्य ह्रदय में सदैव रहता है हम उसकी ऊर्जा को विचारो को प्रेम को सकारात्मकता को अपने साथ पाते है ऐसे ही गोल्डन सनराइज का जाप करते ही सूर्योदय की समस्त गुण व् उर्जाओं का बल हमें प्राप्त होता है ।
गोल्डन सनराइज को ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें भोजन मे, भजन मे, भक्ति मे, शक्ति मे, स्वास्थ्य उपचार मे, दुआओं मे, परोपकार दान धर्म हर जगह आप इस ऊर्जा का प्रभाव व् चमत्कार अनुभवः करेंगे।
आईये हम सभी अपने जीवन से और समस्त संसार से अँधेरो को दूर कर प्रकाशमय करें।
गोल्डन सनराइज गोल्डन सनराइज गोल्डन सनराइज।